हैप्पी बर्थडे किंग खान

शाहरुख खान से मेरा प्रेम लव ऐट फर्स्ट साइट तो बिलकुल नहीं था...डी डी एल जे देख लिया था कई और मूवी भी आई...
फिर आया मौसम 'कुछ कुछ होता है' का...

तब पटना में रहा करते थे..एक चुलबुली सी दोस्त थी सुमन ...उसने ये मूवी देख ली थी....जब हम मिले उसने एक्टिंग कर-कर के कहानी बतानी शुरू कर दी थी...

मेरे एग्जाम पास थे ...और ये मेरे लिए अति गंभीर मसला हुआ करता था...उस दौरान पूरे सन्यासी बन जाया करते...नो मूवी..नो घूमना फिरना ..नो होली..नो दिवाली...बस पढ़ाई-पढ़ाई...

तो वो बखान करती जाती और मेरा चैन छिनती जाती ....पर मूवी देखने के कई खतरे थे..पहला पहली बार अकेले सिनेमा हाल जाने का खतरा...(अब तक तो मम्मी के साथ ही देखा था),दूसरा परीक्षा के दौरान तीन-चार घंटे समय बर्बाद होने का खतरा ,....तीसरा  ऐसा कर देने पर अपने गिल्ट से जूझने का खतरा 😃😃😃..

पर अंततः मेरे दिल की जीत हुई ...सोचा चार घंटे की भरपाई नींद से करूंगी..पर मूवी तो देखनी ही है....प्लान बना...जिंदगी में पहली बार अकेले, सिर्फ हम दो यारा, पिक्चर -हाल में, मूवी देखने गए..सारे रास्ते दिल धक्-धक् करता रहा...एक तरफ थ्रिल दूसरी तरफ आशंका कि सही कर रहे या गलत..😃

खैर हॉल शायद एलफ़िन्स्टन था...गांधी मैदान के पास है जो...और  हाय री हमारी किस्मत, पहुँचने पर 'हाउस- फूल' का बोर्ड लगा दिखा...मैंने सुमन से कहा ये संकेत है कि हमें ऐसे,अकेले मूवी नहीं देखनी चाहिए... अब लौट चलते है... पर उसने तो ठान लिया था कि वो देख कर ही जाएगी...

हम अभी सोच ही रहे थे कि दो लड़के आए उनके दो दोस्त आनेवाले थे ....पर नहीं आए तो उन्होंने हमें वो टिकट दे दिया(पैसे लेकर ही)...

हम तो चुपचाप देखते रहे....एक बार टोका भी पर सुमन की झिड़की खा कर चुप हो गए.,.फिर घुसे हाल में ...सिनेमा शुरू हुआ..'हाय हाय रे हाय ये लड़का' गाना पर्दे पर दिख रहा था'...

मूवी ख़त्म हुई ...
हमारी आँखों में आंसू थे और दिल में शाहरुख खान के लिए मुहब्बत (😃😃)..तो शाहरुख खान से हमारे' इशक' की शुरुआत हो गयी..😂फिर तो अच्छी-बुरी सारी मूवी देख ली....और अब भी देखती हूँ.....

ये 'इश्क' बदस्तूर जारी है...
वैसे बाद में पता चला कि हमारे बीच कुछ कनेक्शन भी है...हम दोनों स्कोर्पियन्स है...हम दोनों रंगमंच से जुड़े रहे....नवम्बर में दोनों का बर्थडे.......

तो आज शाहरुख खान का जन्मदिन है....
हैप्पी बर्थडे राहुल, राज...(शाहरुख खान)...क्योंकि असल में प्यार तो इन्ही चरित्रों से हुआ....अपनी जिंदगी में उससे मिली कहाँ....शायद मिलना भी नहीं चाहूंगी कि जो एक छवि मन में बनी है वो बिगड़ न जाए...

तो लव यु हमेशा'कुछ कुछ होता है' के राहुल...तुम जियो हज़ारो साल, साल के दिन हो पचास हज़ार❤❤😃
---स्वयंबरा

Comments