मीडिया का महाप्रलय

विश्व विज्ञानियों का एक सामूहिक प्रयास ब्रमांड की खोज ने जहाँ पूरे विश्व को लगातार रोमांच से भरा रखा वहीं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने पिछले सप्ताह भर से भोली -भाली भारतीय जनता को डराए रखा। इंदौर की एक लड़की ने तो आत्म हत्या कर ली .उन तथाकथित इलेक्ट्रोनिक मीडिया के अनुसार विज्ञानं के उक्त प्रयोग से श्रृष्टि का सर्वनाश हो जाएगा , पर हुआ कुछ नहीं.लेकिन उनकी खबरों ने तो जान तक ले ली। आख़िर कब तक मीडिया का कहर जारी रहेगा? मीडिया के तरफ़ उठी हुई उंगली एक यक्ष प्रश्न है-------.जेनेवा में विज्ञानं का प्रयोग मानव सभ्यता को विकसित करने का एक प्रयास है। प्रयोग के सप्ताह भर पहले से विश्व प्रयोग का लुत्फ़ उठा रहा था ,लेकिन भारतीयमीडिया की खबरों ने जनमानस को लगातार डराए रखा . गांव वाले तो डरकर पूजा पाठकर रहे थे .कुछ लोग अपना सारा काम छोड़ मंगलवार के दिन सपरिवार ईश्वर से लगातार प्रार्थना करते नज़र आए .सबके जेहन में मात्र एक ही बात थी कि वे लोगअब जिन्दा नहीं रहेंगे .इंडिया टीवी ,आईबीएन ७ जैसे न्यूज़ चॅनल ने तो जनता की साँस सांसत मेंडाले रखी। आम जनता की ओर से इन टीवी वालों को आगाह करना चाहूगी की अब तुम ऐसी खबरों को परोसने से बाज़ आ जाओ ,अन्यथा बहुत ही पछताना पड़ेगा-----। swayambara

Comments

मीत said…
sahi kah rahi hain aap...
agar yahi hal raha to naa jane kya hoga...
"इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने पिछले सप्ताह भर से भोली -भाली भारतीय जनता को डराए रखा। इंदौर की एक लड़की ने तो आत्म हत्या कर ली"

यह बेहद अफसोस की बात है क्योंकि पिछले पचास साल से इस तरह के प्रयोग हो रहे हैं एवं कही किसी चीटीं का भी बाल बांका नहीं हुआ है.



-- शास्त्री जे सी फिलिप

-- समय पर प्रोत्साहन मिले तो मिट्टी का घरोंदा भी आसमान छू सकता है. कृपया रोज कम से कम 10 हिन्दी चिट्ठों पर टिप्पणी कर उनको प्रोत्साहित करें!! (सारथी: http://www.Sarathi.info)
Bandmru said…
यह बेहद अफसोस की बात है क्योंकि पिछले पचास साल से इस तरह के प्रयोग हो रहे हैं एवं कही किसी चीटीं का भी बाल बांका नहीं हुआ है.

abhi jo media wale hathi ke daant pr sawar hain, wo din door nahi jb wo bhi jamin pr aa jayenge.

aapko bishwash nahi hoga ki ek saat warsh ka bachcha jb hm se ye bola ki chawal kahe le ja tad kaal to mariye jayeke ba. pura dharti kalh palat jai (bhojpuri men).

media aaj kl jagrukta kam aur dahsat jayada faila rahi hai.

inko sudhrna hoga. hm bhi aap ke saaath hain.............
bhut sahi likha hai aapne. jari rhe.